🙏 ॐ श्री हरि शरणम् 🙏
*रमन्ते योगिनोऽनन्ते*
*नित्यानन्दे चिदात्मनि।*
*इति रामपदेनासौ*
*परं ब्रह्माभिधीयते।।*
(श्रीरामपूर्वतापनीय उपनिषद् - १/६)
अर्थात् - जिस अनन्त, नित्यानंद और चिन्मय परब्रह्म में योगी लोग रमण करते हैं, वही "राम" पद से प्रतिपादित होता है।
विप्र धेनु सुर संत हित धरही मनुज अवतार।।
निजी इच्छा निर्मित तनु माया गुन गोपाल।।
श्री राम नवमी अर्थात महानवमी पर्व,
श्री राम जन्मोत्सव की आप सभी को मंगलमय बधाई।।🙏🙏
🙏हरि कृपा हरि शरणम् 🙏