Friday, September 25, 2020

दिल्ली में 'कूड़े के बदले अनाज' की अनोखी पहल

राजधानी दिल्ली में साउथ एमसीडी की तरफ से टैगोर गार्डन में "सेव आवर प्लेनेट' नाम से 'कूड़े के बदले अनाज' की मुहिम की शुरुआत की गई है, जिसके ज़रिए लोगों को स्वच्छता के लिए जागरूक किया जा रहा है. इसमें दो योजनाएं बनाई गई हैं, एक योजना प्लास्टिक वेस्ट एक्सचेंज और दूसरी योजना वेट वेस्ट एक्सचेंज है. प्लास्टिक एक्सचेंज योजना के तहत प्लास्टिक देने पर कुछ जरूरत के सामान लोगों को दिए जा रहे हैं, जैसे चावल, तेल, डस्टबिन, साबुन और डिटर्जेंट आदि. वेट वेस्ट एक्सचेंज पर जैविक खाद और साबुन डिटर्जेंट दिया जा रहा है.

लोग एमसीडी द्वारा तय की गई जगह पर पहुंचकर इस योजना का लाभ भी उठा रहे हैं. कोई प्लास्टिक का कूड़ा लेकर आ रहा है, तो कोई गीला कूड़ा ला रहा है. कूड़े को सबसे पहले वज़न किया जाता है. वज़न करने के बाद देखा जाता है कि उस कूड़े के वजन के मुताबिक उन्हें क्या सामान मिलेगा. प्लास्टिक एक्सचेंज योजना के तहत 5 किलो कूड़े पर 2 किलो चावल मिल रहे हैं, 2 किलो प्लास्टिक कूड़े पर सरसों के तेल की बोतल या डस्टबीन मिल रहा है, तो वहीं 1 किलो प्लास्टिक कूड़े पर डिटर्जेंट या साबुन मिल रहा है.

ऐसे ही अगर कोई गीला कूड़ा ला रहा है तो खाद मिल रही है. एमसीडी ना सिर्फ लोगो से कूड़ा लेकर सामान दे रही है बल्कि कूड़ा इकट्ठा करने के बाद उसको खाद में बदल भी रही है. जितना गीला कूड़ा पहुंच रहा है, उन सभी को खाद बनाने के लिए कर्मचारी पूरी प्रक्रिया कर रहे हैं, जिसके बाद उनको 15 से 20 दिन के लिए एक बड़े नेट डंप में रखा जा रहा है. जिसके कुछ दिन बाद खाद बन जाता है, जिसको अलग-अलग कार्यों के लिए प्रयोग किया जा रहा है. और लोगों को भी कूड़े के बदले दिया जा रहा है.

एमसीडी की तरफ से लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि कूड़े को दो तरह से रखें, एक गीला कूड़ा और एक सूखा कूड़ा. जिनके पास जो भी वेस्ट है, वह इधर-उधर फेंकने की बजाय एमसीडी को दे जाए. इससे उन्हें जरूरत का सामान भी मिल जाएगा. अब तक कई सौ लोग इस पहल से लाभ ले चुके हैं. इस पहल को वेस्ट दिल्ली की हर कॉलोनी में शुरू करने का लक्ष्य है. अभी दस इलाक़ो में ये योजना शुरू की गई है. इसमें सुभाष नगर, रघुबीर नगर, पंजाबी बाग, आदि एरिया शामिल हैं.

इस पर साउथ एमसीडी मेयर अनामिका मिथिलेश सिंह का कहना है-हमने यह मुहिम शुरू की है, जिसमें हम कूड़े के बदले लोगों को जरूरत का सामान दे रहे हैं. जमा कूड़े से खाद बनाने का काम ही चल रहा है, खाद भी लोगों को दिया जा रहा है. मैं दिल्ली वासियों और खासकर दक्षिणी दिल्ली वासियों से अपील करती हूं कि स्वच्छता अभियान के साथ जुड़े और सहयोग करे.

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