एसएसपी कलानिधि नैथानी ने आज एक ऐसे सिपाही को सस्पेंड कर दिया जो पिछले पौने सात सालों से ड्यूटी से गायब था।
2,499 दिनों से था गायब
एसएसपी ने बताया कि आरक्षी मोहम्मद असकरी को 29 अप्रैल 2020 को मेरठ से गाज़ियाबाद के लिए ट्रान्सफर किया गया था लेकिन उसने गाज़ियाबाद में ड्यूटी जॉइन नहीं की। इसके बाद उसने 2 मार्च 2017 को गाज़ियाबाद में अपनी आमद दर्ज कराई। ड्यूटी जॉइन करने के कारणों की जांच के लिए तत्कालीन एसएसपी ने असकरी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए। जांच का जिम्मा पुलिस अधीक्षक एसपी ट्रैफिक को सौंपा गया था।
गाज़ियाबाद में नियुक्ति के दौरान असकरी का दामन बहुत ही दागदार रहा। असकरी को खोड़ा कॉलोनी जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद हुई विभागीय जांच में दोषी पाया गया था और उसे निलंबित कर दिया गया था। निलंबन के दौरान ही उसका बुलंदशहर ट्रान्सफर कर दिया गया।
असकरी की पत्नी ने वर्ष 2014 में ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ा। चुनाव के दौरान अपनी पत्नी को गैरकानूनी रूप से सहयोग करने के आरोप में असकरी के खिलाफ थाना भोपा पर एक अभियोग अंतर्गत धारा -399/ 402/ 307/ 34 में एक मुकदमा दायर कर जेल भेजा गया था।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि ड्यूटी से 2499 दिनों तक गायब रहने के आरोप में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ श्रेणी के पुलिस अधिकारियों की दंड एवं अपील नियमावली -1991 के नियम 14 (1 ) के अंतर्गत पुलिस विभाग की सेवा से पदच्युत कर दिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि जहां एक ओर पुलिस विभाग पुलिस कर्मियों के कल्याण के लिए तत्पर है वहीं दूसरी ओर अराजकता फैलाने वाले और कार्य वातावरण प्रदूषित करने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई भी अमल में लाई जा रही है।
No comments:
Post a Comment