(गूगल फोटो)
नोएडा:ब्लैक फंगस के इलाज के लिए नोएडा से मेरठ पहुंच रहे मरीजों के परिजन बेहाल हैं। इंजेक्शन की सख्त जरूरत के चलते एक परिवार ने कागजात और पैसों का इंतजाम किया और मेरठ पहुंच गए। हालांकि मेरठ में अफसरों ने कहा कि इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है। इससे मरीज के परिजनों की मेहनत और मनोबल दोनों टूट गए। परिजन अपने पेशंट की जान बचाने के लिए इंजेक्शन मुहैया करवाने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं लेकिन सिस्टम की नाकामी के आगे उनकी एक नहीं चल पा रही है।ब्लैक फंगस से पीड़ित सुमन राठौर कैलाश अस्पताल में भर्ती हैं। छह दिनों से अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही हैं लेकिन इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है। उनके बेटे धर्मेंद्र राठौर ने दिल्ली एनसीआर की फार्मेसी में इंजेक्शन खोजे मगर नहीं मिले। इसके बाद वह स्वास्थ्य विभाग पहुंचे। यहां पहले तो जिले में इंजेक्शन उपलब्ध न होने की जानकारी मिली। जब उन्हें पता चला कि गौतमबुद्ध नगर में एडमिट पेशंट को मेरठ में इंजेक्शन मिल रहे हैं तो वह शनिवार को मां के लिए इंजेक्शन लेने मेरठ पहुंचे। मेरठ पहुंचने पर वहां मौजूद ऑफिसरों ने उन्हें इंजेक्शन ना होने की बात कहकर लौटा दिया। धर्मेंद्र ने बताया कि उनकी मां छह दिन से अस्पताल में एडमिट है। मगर अब तक उनके लिए इंजेक्शन का इंतजाम नहीं हो पाया है।
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