Tuesday, July 21, 2020

2 माह के बच्चे का जटिल आपरेशन, यशोदा अस्पताल को मिली एक और सफलता

गाज़ियाबाद के नेहरू नगर में स्थित यशोदा अस्पताल को आज एक बड़ी सफलता मिली।  अस्पताल में दो महीने के एक बच्चे का दूरबीन विधि से किया गया आपरेशन सफल रहा। 
अस्पताल के वरिष्ठ ईएनटी सर्जन डॉ नृपेन विश्नोई ने बताया कि लगभग दो महीने एक दंपति नवजात बच्चे को उनके पास लेकर आया। बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। प्रारम्भिक जांच में पता चला कि बच्चे की नाक के अंदर मांस का एक टुकड़ा सांस लेने में रुकावट पैदा कर रहा है। 

सीटी स्कैन और एमआरआई करने के बाद पाया गया कि मस्तिष्क का एक हिस्सा और झिल्ली बच्चे की नाक में आ गई है। इस बीमारी को MENINGO-ENCEPHALOCELE कहते हैं। इस बीमारी में ब्रेन और नाक के बीच हड्डी में डिफेक्ट आ जाता है जिससे कि ब्रेन और ब्रेन के ऊपर की झिल्ली नाक में आ जाती हैं। यह बहुत ही रेयर बीमारी है। इस बच्चे में यह डिफेक्ट लगभग आधा सेंटीमीटर का पाया गया। डॉक्टर विश्नोई और उनकी टीम ने लगभग दो घंटे चले ऑपरेशन के बाद नाक की हड्डी की यह कमी दूर कर दी।  14 जुलाई को हुए इस ऑपरेशन की सबसे खास बात यह रही कि यह ऑपरेशन नाक में बिना किसी चीरे के किया गया हड्डी का गड्ढा (gap) बंद करने के लिए बच्चे की जांघ में से चर्बी एवं झिल्ली निकाल कर लगाई गई थी।

डॉ विश्नोई ने बताया कि दूरबीन विधि विकसित होने से पहले यह आपरेशन न्यूरो सर्जन द्वारा किया जाता था जिसमें पूरा ब्रेन खोलना पड़ता था और मरीज की जान को कहीं अधिक खतरा होता था। आपरेशन के बाद मरीज की रिकवरी में भी तीन से चार हफ्ते लग जाते थे। जबकि दूरबीन से आपरेशन के बाद मरीज 4 से 5 दिन में बिल्कुल फिट हो जाता है एवं रिस्क भी कम होती है।  डॉ बिश्नोई आपरेशन यशोदा अस्पताल में इस दूरबीन की तकनीक से कई जटिल ब्रेन ट्यूमर एवं पिट्यूटरी टयूमर का सफलतापूर्वक कर चुके हैं।
इस ऑपरेशन की सबसे अहम बात यह है कि इस छोटी उम्र में बच्चे की सर्जरी गाजियाबाद जनपद में पहली बार हुई है और पूरे भारत में यह दूसरा बच्चा है जिसका इस रेयर बीमारी के लिए 2 माह की छोटी सी उम्र में आपरेशन किया गया है। इससे जिस बच्चे का आपरेशन किया गया था उसकी उम्र मात्र 21 दिन थी।

यशोदा हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ रजत अरोरा ने डॉ विश्नोई और उनके सहयोगी डॉ (मेजर) सचिन दुबे, neonatologist डॉ करण रहेजा, पेडियेट्रिक इंटेंसिविस्ट को इस अभूतपूर्व आपरेशन की सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि यशोदा हॉस्पिटल का हमेशा यही प्रयास रहा है कि जनपद वासियों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा सके।

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