गाज़ियाबाद पुलिस सोमवार सुबह को साहिबाबाद के दशमेश वाटिका क्षेत्र में मिली सूटकेस में बंद युवती की लाश की गुत्थी सुलझा ली है। युवती की पहचान बरीशा पुत्री जफर अली के रूप में हुई है। बरीशा अलीगढ़ जिले के ज़लाली क़स्बे के मोहल्ला नासिरा में रहने वाली थी।
पुलिस के अनुसार बरीशा का निकाह बुलंदशहर जिले के इस्लाम नगर मोहल्ले में रहने वाले एक युवक के साथ हुआ था। दोनों परिवारों के बीच में दहेज को लेकर विवाद चल रहा था और 25 जुलाई को बरीशा की हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में बरीशा के परिजनों ने बुलंदशहर में दहेज प्रतारणा संबन्धित धाराओं में मुकदमा दर्ज करा रखा है।
सोशल मीडिया से मिली मदद
एसएसपी कलानिधि ने बताया कि दशमेश कॉलोनी में सूटकेस में लाश मिलने के बाद गाज़ियाबाद पुलिस ने मृतका बरीशा के फोटो को शिनाख्त के लिए गाज़ियाबाद और आसपास के सभी जिलों के थानों में भेज दिया था। इसके अलावा उसका फोटो सोशल मीडिया और 1500 व्हाट्स एप ग्रुप्स में भी भेजा गया।
दिल्ली में रहने वाले रिश्तेदार ने की पहचान
पुलिस द्वारा वायरल किए गए मैसेज को बरीशा के एक रिश्तेदार ने देखा और उसे पहचान लिया। यह रिश्तेदार दिल्ली के उत्तम नगर में रहता था। रिश्तेदार ने बरीशा के पिता जफर अली को लाश के बारे में बताया और फिर जफर अली ने गाज़ियाबाद पुलिस से संपर्क किया। इस मामले में बुलंदशहर और अलीगढ़ में पहले से ही मामले दर्ज हैं और स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस टीम को मिला 15 हजार रुपए इनाम लाश मिलने के 15 घंटों के अंदर ही मृतका की शिनाख्त कर हत्या की गुत्थी सुलझाने वाली पुलिस टीम को एसएसपी कलानिधि नैथानी ने 15,000 रुपए इनाम देने की घोषणा की है।
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