उत्तर प्रदेश में कल यानी शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक के लिए लॉकडाउन शुरू हो चुका है. इस लॉकडाउन के तहत सिर्फ एसेंशियल सर्विसेज से जुड़े हुए लोगों को ही बाहर निकलने की अनुमति है. यूपी और दिल्ली की सीमा पर भी यह असर साफ दिख रहा है, उन्हीं लोगों और वाहनों को दिल्ली से उत्तर प्रदेश की सीमा में दाखिल होने दिया जा रहा है, जो एसेंशियल सर्विसेज से जुड़े हुए हैं और जिनको पहले के लॉकडाउन के दौरान भी छूट मिली हुई थी. लेकिन इस लॉकडाउन में पहले के लॉकडाउन की तुलना में एक चीज फर्क है और वह यह है कि इस नए लॉकडाउन में धार्मिक स्थल खुले हुए हैं.
बिना पास के लोगों और गाड़ियों को बॉर्डर से ही भेजा जा रहा है वापस
दिल्ली-नोएडा सीमा पर इस लॉकडाउन का खासा असर देखने को मिल रहा है. दिल्ली से नोएडा आने वाले रास्तों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है, बैरिकेट्स लगाए गए हैं. इनके जरिए एक एक गाड़ी और शख्स की पड़ताल करने के बाद ही उनको उत्तर प्रदेश की सीमा में दाखिल होने दिया जा रहा है. अगर किसी शख्स के पास अनुमति नहीं है, तो उसको उत्तर प्रदेश की सीमा से ही वापस दिल्ली भेजा जा रहा है. इस वजह से उत्तर प्रदेश और दिल्ली की सीमा पर वाहनों की लंबी कतार लग गई है.
दिल्ली जाने वाले रास्ते पर कहीं कोई रोक नहीं
इसी के विपरीत उत्तर प्रदेश से दिल्ली जाने वाले रास्ते पर कहीं कोई रोक नहीं है और ना ही गाड़ियों की कोई कतार है. यानी कि साफ है कि दिल्ली में क्योंकि लॉकडाउन नहीं है लिहाजा उत्तर प्रदेश से दिल्ली जाने वाले लोगों को वैसी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ रहा है.
बाजारों में भी दिख रहा है 55 घंटे के लॉकडाउन का असर
55 घंटे के लॉकडाउन का असर बाजारों में भी दिख रहा है. नोएडा समेत उत्तर प्रदेश के अधिकतर शहरों के बड़े बाजार पूरी तरह बंद हैं. सिर्फ वही दुकान खुली है जो एसेंशियल सर्विसेज से जुड़ी हुई है. लॉकडाउन का सही से पालन हो इसके लिए बाजारों में पुलिस बल को भी तैनात किया गया है जो यह सुनिश्चित कर रहा है कि सिर्फ एसेंशियल सर्विसेज से जुड़ी हुई दुकानें हीं खुले और बाजार में लोग बेवजह ना निकलें.
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