ग्रेटर नोएडा: कानपुर में हुई घटना के बाद यूपी पुलिस अपराधियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. बिकरू गांव में विकास दुबे की संपत्ति को तबाह करने के साथ ही नोएडा में पुलिस ने सुंदर भाटी के अवैध निर्माण को भी ढहा दिया है. गौतम बुद्ध नगर में पश्चिमी उत्तर प्रदेश का कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी और सतवीर बंसल उर्फ सतवीर बैंसला के ऊपर लूट, हत्या, चौथ वसूली, हत्या का प्रयास, शस्त्र अधिनियम, गिरोह बंद अधिनियम आदि के लगभग 40 मुकदमे दर्ज हैं. यह एक संगठित गैंग है. जिसका गिरोह संख्या आईडी 11 है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपराध का पर्याय माना जाता है ये गैंग
पुलिस कमिश्नर के मुताबिक यह गैंग पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपराध का पर्याय माना जाता है, ये लोग यहां की बहुराष्ट्रीय कंपनियों, ट्रांसपोर्टरों, व्यापारी, पानी का धंधा करने वाले लोगों, स्क्रैप का धंधा करने वाले लोगों, प्रॉपर्टी का काम करने वाले लोगों से, मोटी रकम चौथ के रूप मे वसूलते हैं,और सुपारी लेकर हत्या कराते हैं.
उन्होंने बताया कि इनके द्वारा अपराध करके अर्जित की गई जमीन, वाहन और चल -अचल संपत्ति जो कि करीब 4 करोड़ की है. गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 के तहत कुर्क की गई है उन्होंने बताया कि इन लोगों ने सरकारी जमीन पर भी अवैध रूप से कब्जा कर रखा था जिसे ध्वस्त कर दिया गया है इन जमीनों की कीमत भी करोड़ों रुपए है.
इन गैंगस्टरों के खिलाफ भी जल्द ही होगी कुर्क की कार्रवाई
वहीं डीसीपी राजेश सिंह ने बताया कि कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना के गैंग के सक्रिय सदस्य सुमित नागर और चंद्रपाल प्रधान की चल अचल संपत्ति, विदेशी कारें, बस, ट्रैक्टर भी आज गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 के तहत कुर्ग की गई है. यह संपत्ति भी करीब 4 करोड़ रुपए की है. उन्होंने बताया कि इस गैंग के लोग भी लूट, हत्या, चौथ वसूली आदि के कार्य में संलिप्त हैं. उन्होंने कहा कि अपराध से धन अर्जित कर के अकूत संपत्ति बनाने वाले गैंगस्टरों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी. उन्होंने ये भी बताया कि जनपद के कुछ और गैंगस्टरों खिलाफ जल्द ही धारा 14 के तहत कुर्क की कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस की इस कार्रवाई से जनपद गौतम बुद्ध नगर में सक्रिय माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. कई माफिया तो जेल से बैठकर ही अपनी सल्तनत चला रहे हैं और महीने करोड़ों रुपए की वसूली कर रहे हैं. इन माफियाओं के यहां तैनात कुछ पुलिस वालों, यूपी/हरियाणा की एसटीएफ के कुछ अफसरों और उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, व राजस्थान में तैनात पुलिस विभाग के आला अधिकारीयो से भी सांठगांठ हैं. यह खुलासा पूर्व पुलिस कप्तान वैभव कृष्ण ने भी शासन को भेजे अपने पत्र में किया था. लेकिन इन माफियाओं ने अपने प्रभाव के चलते पूरी फाइल ठंडे बस्ते में डलवा दिया था.
डीसीपी राजेश सिंह ने बताया कि जनपद में मुख्यमन्त्री यूपी के आदेश के अनुपालन में गैंगस्टर/माफियाओं एवं आपराधियों और उनके सहयोगियों पर प्रभावी अंकुश लगाये के लिए उ0प्र0 गिरोहबन्द एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम-1986 की धारा 14 में दिये गये प्रावधानों के अन्तर्गत अपराध से अर्जित चल एंव अचल सम्पत्तियों को कुर्क किये जाने के लिए आदेशित किया गया है.
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